Wheat MSP Rate: समर्थन मूल्य पर इस कीमत पर गेहूं खरीदेंगी सरकार, इन किसानों को किया जाएगा बाहर

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Wheat MSP rate: समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी का पैमाना हुआ तय , इन किसानो को किया जायेगा बाहर, किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी 25 मार्च से शुरू होगी। शासन ने किसानों से मानक गुणवत्ता वाले गेहूं की ही खरीदी का ऐलान किया है। विभाग ने कहा है कि फेयर एवरेज क्वालिटी यानी (एफएक्यू) गेहूं की ही समर्थन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर खरीदी होगी। किसान संघ ने इसका विरोध करते हुए कहा कि मौसम की ताजा मार के बाद तो 70 प्रतिशत गेहूं क्वालिटी के इस पैमाने पर खरा नहीं उतरेगा। संघ ने ऐसे में मंडी में बिकने वाले गेहूं पर बोनस देने की मांग रख दी है।

प्रदेश और जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन (खरीद) 25 मार्च से 10 मई तक किया जाएगा। निर्धारित खरीदी केन्द्रों पर किसान अपनी फसल बेच सकेंगे। इसके लिए मंगलवार 21 मार्च से स्लाट बुकिंग की प्रक्रिया शुरू हो रही है। खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग के अनुसार इंदौर जिले में गेहूं खरीदी के लिए 97 केंद्र बनाए गए हैं। जिले में इस वर्ष गेहूं बेचने के लिए 34 हजार 200 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है।

जिला आपूर्ति नियंत्रक एमएल मारु ने कहा कि गेहूं खरीदी के लिए इंदौर जिले में व्यापक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। सोमवार से शुक्रवार प्रातः 8 बजे से रात 8 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही तौल पर्ची शाम 6 बजे तक जारी की जाएगी। जिन किसानों की उपज की तौल किसी कारण से सोमवार से शुक्रवार के बीच निर्धारित दिवस को नहीं हो सकेगी, उनकी तौल शनिवार को की जाएगी। शनिवार एवं रविवार को शेष फसल का परिवहन, भण्डारण, लेखा का मिलान तथा अस्वीकृत स्कंध का अपग्रेडेशन की जाएगी।

किसानों द्वारा फसल विक्रय के लिए 21 मार्च से स्लॉट बुकिंग वेबसाइट

www.mpeuparjan.nic.in पर की जा सकेगी। इस लिंक की जानकारी एसएमएस के माध्यम से किसान के मोबाइल पर भेजी जाएगी। ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत, सत्यापित किसान स्वयं के मोबाइल, एमपी ऑनलाइन, सीएससी, ग्राम पंचायत, लोक सेवा केन्द्र, इंटरनेट कैफे तथा उपार्जन केन्द्र से स्लॉट बुकिंग कर सकते हैं।स्लॉट बुकिंग के लिए किसान के ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा, जिसे पोर्टल पर दर्ज करना होगा। किसानों को उपार्जित फसल का भुगतान आधार लिंक बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से किया जाएगा।

संघ बोला ज्यादातर होंगे बाहर

भारतीय किसान संघ के इंदौर महानगर अध्यक्ष दिलीप मुकाती ने कहा कि एफएक्यू के पैमानों पर खरीद हुई तो 70 प्रतिशत किसानों का गेहूं बाहर हो जाएगा। एफएक्यू गेहूं उसे माना जाता है जिसमें सही रंग-चमक हो, नमी की मात्रा कम हो और मिट्टी-कचरे का अंश भी नाममात्र का हो साथ ही दाने भी भरे हुए हों। ताजा दौर में जो पकी फसल पर बरसात-ओलो की मार पड़ी है उससे गेहूं का रंग और चमक तो फीकी पड़ना तय है। साथ ही ओलावृष्टि से खेतों में बिछ चुके गेहूं की कटाई होगी तो मिट्टी की मात्रा भी ज्यादा आएगी। नमी भी ज्यादा होगी। ऐसे में किसान सरकारी खरीदी में गेहूं नहीं बेच सकेगा।

किसान संघ ने इस बारे में चिंता जताते हुए रास्ता भीसरकार को दिखाया है। हमने मांग की है कि ऐसे किसान जो पंजीकृत है और सरकारी खरीदी से बाहर होकर अपने गेहूं मंडी में बेचते हैं। मंडी मेें ऐसा गेहूं समर्थन मूल्य से कम पर बिकता है तो समर्थन मूल्य के अंतर की राशि ऐसे किसानों को बोनस के रूप में सरकार द्वारा दी जाना चाहिए। समर्थन मूल्य पर विक्रय के लिए पंजीकरण की लिंक फिर खुली है ऐसे में ज्यादा से ज्यादा किसानों को पंजीयन करवाना चाहिए।

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