पशुपालन योजना 2023: पशुपालकों को 1.5 लाख की भैंस 15 हजार में मिलेंगी, देखें आवेदन करने की आखिरी तारीख

खबर शेयर करें

Pashupalan Yojana 2023: अगर कोई आपसे कहे कि आपको एक लाख रुपए वाली भैंस 10 हजार में और डेढ़ लाख रुपए वाली भैंस मात्र 15 हजार रुपए में मिलेगी तो आप चौकेंगे जरूर। लेकिन अब किसानों के लिए ऐसा संभव होगा। पशुपालक किसान मात्र 10 प्रतिशत राशि खर्च कर अपनी पसंद की गाय और भैंस खरीद सकते हैं। शेष राशि का भुगतान सरकार करेगी। यहां आपको बता दें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन गया है। किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में पशुपालन भी महत्वपूर्ण योगदान निभा रहा है। राष्ट्रीय पशुधन मिशन, राष्ट्रीय गोकुल मिशन, पशु किसान क्रेडिट कार्ड और पशुधन बीमा योजना जैसी सरकारी योजनाओं से पशुपालक किसानों को कई तरह से फायदा पहुंचाया जाता है। लाईव्ह न्यूज की इस पोस्ट में आपको गाय व भैंस मात्र 10 प्रतिशत राशि खर्च कर खरीदने की जानकारी दी जा रही है।

सरकार की घोषणा से इन परिवारों को मिलेगा फायदा

Pashupalan Yojana 2023: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य के किसानों और पशुपालकों के कल्याण के लिए नई-नई योजनाएं लांच करते रहते हैं। मध्यप्रदेश में भारतीय नस्ल की गाय व भैंस की खरीद करने वाले किसानों को सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में गौ सेवक योजना, मवेशी और भैंस प्रजनन के लिए राष्ट्रीय परियोजना शामिल है। अब मुख्यमंत्री की नई घोषणा के तहत गाय-भैंस से संबंधित पशुपालन कार्यों के लिए 90 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा। इस योजना का फायदा बैगा, भारिया और सहरिया परिवारों को मिलेगा। इन समुदाय की महिलाएं दो दुधारू पशु गाय या भैंस खरीद सकती है। इन दुधारू पशुओं की खरीद पर 90 प्रतिशत पैसा राज्य सरकार वहन करेगी। किसान को मात्र 10 प्रतिशत खर्च करनी होगी। योजना में आवेदन जल्दी शुरू होने वाले हैं। इसकी जानकारी आपको लाईव्ह न्यूज पर सबसे पहले मिलेगी।

मध्यप्रदेश में गाय/भैंस की कीमत

MP में प्रमुख रूप से कैनकथा, मालवी, निमाड़ी, गिर, ग्वालों और बावरी किस्म की गायों का पालन किया जाता है। वहीं भदावरी व मुर्रा नस्ल की भैंसों ज्यादा दूध देने के कारण किसानों की पहली पसंद है। जहां मुर्रा भैंस की कीमत 60 हजार रुपए से 2 लाख रुपए तक है। वहीं गायों की कीमत 5 हजार रुपए से 30 हजार रुपए तक है। वहीं भदावरी नस्ल की भैंस 60 हजार से 1 लाख रुपए में मिल जाती है। Pashupalan Yojana 2023

क्या है मुर्रा भैंस की खासियत?

आमतौर पर मुर्रा नस्ल की भैंस को उसकी दूध की अधिक मात्रा के लिए पहचाना जाता है। यह कई तरह से अन्य नस्लों की भैंस से अलग होती है। मुर्रा नस्ल की भैंस का वजन काफी अधिक होता है और आमतौर पर उसे हरियाणा, पंजाब जैसे इलाकों में काफी अधिक पाला जाता है। साथ ही, इन भैंसों की नस्लों का इस्तेमाल इटली, बुल्गारिया, मिस्त्र में भी डेयरी में किया जाता है, ताकि वहां पर डेयरी प्रोडक्शन को बेहतर बनाया जा सके।ज्यादा दूध देना इस भैंस की सबसे बड़ी खासियत है। मुर्रा नस्ल की भैंस रोजाना 20 लीटर तक दूध दे सकती है। यह आमतौर पर अन्य नस्लों की भैंसों के मुकाबले दोगुनी मात्रा होती है। मुर्रा नस्ल की कई भैंस तो 30-35 लीटर तक दूध देने में सक्षम होती है।

मध्यप्रदेश पशुपालन योजना 2023 क्या है

• शिवराज सिंह चौहान सरकार ने किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए कई योजनाएं संचालित कर रखी है। पशुपालन से जुड़ी योजनाओं का फायदा किसानों तक पहुंचाने के लिए अधिक से अधिक प्रयास किए जा रहे हैं। कई प्रमुख योजनाओं की जानकारी यहां दी जा रही है। मध्यप्रदेश में भारतीय नस्ल की गाय जैसे गिर व साहीवाल तथा विदेशी संकर नस्ल व जर्सी गाय और एच,एफ,मुर्रा और जाफरवादी नस्ल की भैंस की खरीद पर किसानों को सब्सिडी मिलती है।

• पशुओं के लिए शेड का निर्माण करवाने पर सामान्य वर्ग के किसानों को अधिकतम 1.50 लाख रुपए तथा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के किसानों को अधिकतम 2.00 लाख रुपए तक की सब्सिडी मिलती है।

• राज्य में देशी नस्ल की गायों के पालन पर प्रति माह 900 रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाती है। इस तरह पशु पालक किसान को सरकार द्वारा प्रतिवर्ष 10,800 रुपए की सहायता राशि देने का प्रावधान है।

• मुर्रा भैंस ज्यादा दूध देने के कारण किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है। लेकिन इसकी कीमत अधिक होने के कारण किसान कई बार इस भैंस को खरीद नहीं सकते हैं। किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश सरकार मुर्रा भैंस की खरीददारी करने वाले किसानों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान करती है। इसमें एसटी, एसटी वर्ग के पशु पालकों को विशेष लाभ दिया जाता है। सरकार की इस योजना के तहत पशु पालक किसान दो भैंस तक की खरीददारी के लिए सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

मध्यप्रदेश में पशुपालन लोन 2023

पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों और पशुपालकों को आसानी से लोन उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले दिनों MP State Cooperative Dairy Federation ने State Bank Of India के साथ MOU साइन किया है। इस एमओयू के तहत प्रत्येक जिले की 3 से 4 बैंक शाखाओं में लोन की सुविधा उपलब्ध होगी। पशुपालक, किसान या पशुपालन से जुड़ने के इच्छुक लोग 2, 4, 6 और 8 दुधारु पशु खरीदने के लिए लोन ले सकेंगे। इसमें 10 लाख रुपये तक का कोलैटरल फ्री मुद्रा लोन और 60,000 रुपये का मुद्रा लोन (Mudra Loan) भी शामिल है। लाभार्थी को मात्र 10 प्रतिशत मार्जिन मनी जमा करानी होगी। इस लोन को 36 किश्तों में चुकाने की सहूलियत भी कि।


खबर शेयर करें