Kisan News: किसान अच्छी पैदावार के लिए खरीफ सीजन से पहले ट्रैक्टर की सर्विसिंग कैसे करें, देखें फायदेमंद जानकारी

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दोस्तों खरीफ सीजन शुरू होने वाला है और किसान अपने ट्रैक्टर के साथ खेती के लिए तैयार हो रहा है। ऐसे में हर किसान को ट्रैक्टर की सर्विसिंग के बारे में जानकारी होनी चाहिए। 

आज की खेती आधुनिक कृषि उपकरणों के बल पर टिकी हुई है। इस आधुनिक युग में खेती से संबंधित लगभग हर काम के लिए कृषि उपकरण मौजूद हैं। इसमें ट्रैक्टर एक महत्वपूर्ण कृषि उपकरण है, जिसकी खेती में अहम भूमिका है। इस वजह से खेती सीजन शुरू होने से पहले हर किसान अपने ट्रैक्टर की अच्छे से मरम्मत करना चाहता है। अगर आप भी अपने ट्रैक्टर की सर्विसिंग का विचार कर रहे हैं तो आज के लेख में हम आपको खरीफ सीजन से पहले ट्रैक्टर की सर्विसिंग से जुड़ी खास जानकारी के बारे में बताएंगे।

ट्रैक्टर की सर्विसिंग कब करे?

ट्रैक्टर को खेती का बेताज बादशाह माना जाता है तो वही यह किसानों का सबसे पसंदीदा कृषि यंत्र भी है। खेत की जुताई से लेकर बुआई तक, कटाई से लेकर उपज की ढुलाई तक सारे काम ट्रैक्टर द्वारा आसानी से किया जाता है। वर्तमान में ट्रैक्टर के बिना खेती करना मुश्किल है। आज बाजार में ट्रैक्टर के अनेकों ब्रांड जैसे महिंद्रा, मेसी फर्गुसन, जॉन डियर, स्वराज, आयसर, सोनालिका, पावर ट्रेक आदि मौजूद है।

हम जानते हैं कि खरीफ फसलों की बुआई जून के महीने में शुरू हो जाती है। खरीफ की फसल मानसून पर आधारित होती है। इसलिए सभी किसान खरीफ की खेती करना चाहते है, और खेती करने के लिए ट्रैक्टर मुख्य साधन है। इसलिए सभी किसान भाइयों को जून से पहले अपने ट्रैक्टर की सर्विसिंग कर लेनी चाहिए।

खरीफ सीजन शुरू होने से पहले ट्रैक्टर की सर्विसिंग कैसे करें?

खरीफ फसल शुरू होने से पहले पेशेवर तकनीशियन की सहायता से ट्रैक्टर की पूर्ण सर्विसिंग कर लेनी चाहिए। ट्रैक्टर की सर्विसिंग हो जाने से पूरा सीजन ट्रैक्टर खराब होने की संभावना नहीं रहती है। ट्रैक्टर की सर्विसिंग में सबसे महत्वपूर्ण काम होता है ऑयल चेंज करना। ट्रैक्टर में डीजल फिल्टर, ऑयल फिल्टर, एयर फिल्टर और ब्रेक, सर्विसिंग के मुख्य पार्ट्स होते हैं। आइए, हम जानते हैं कि ट्रैक्टर की सर्विसिंग में किन-किन मुख्य बातों पर ध्यान देना चाहिए।

  • ट्रैक्टर को प्रत्येक 300 घंटे चलने से पहले सर्विसिंग करा लेनी चाहिए।
  • सर्विसिंग के समय सबसे पहले ट्रैक्टर को समतल जगह पर खड़ा कर इंजन के नीचे लगे बोल्ट खोलकर पुराने इंजन आयल को बाहर निकालते हैं।
  • डीजल फिल्टर को खोलकर साफ करें यदि खराब हो तो बदल दे।
  • एयर फिल्टर को खोलकर अच्छी तरह से डीजल से सफाई करें । यदि संभव हो तो स्प्रे पंप से सफाई करें।
  • फिल्टर ड्रम्स को अच्छी तरह डीजल से साफ करें।
  • ट्रैक्टर के ब्रेक बहुत महत्वपूर्ण होते हैं अतः उनको खोलकर डीजल से सफाई एवं धुलाई करें ।
  • सर्विसिंग का महत्वपूर्ण काम होता है इंजन ऑयल चेंज करना। अतः कीप की सहायता से सावधानीपूर्वक इंजन ऑयल को बदल दे। इंजन ऑयल की मात्रा अलग-अलग ट्रैक्टरों में अलग-अलग होती है।
  • कूलेंट को चेक कर लें, यदि कम है तो पुनः भर देना चाहिए क्योंकि लंबे अंतराल से चलने के कारण इस पर ध्यान नहीं रहता है।
  • ऑयल फिल्टर की अच्छी तरह से सफाई कर आवश्यकतानुसार नया फिल्टर लगा देना चाहिए। फिल्टर रबड़ को चेक करें यदि कमजोर है तो बदल देना चाहिए।
  • Spindle, Center pin, Clutch shaft, Brake shaft और Tie Rod End की ग्रीसिंग करें।
  • प्रत्येक जगह के लीकेज को चेक करें।
  • ट्रैक्टर को स्टार्ट करके चेक करें, यदि कोई कमी रह गई है तो पुनः उसे ठीक करें।
  • सभी टायरों की जांच करें, यदि अधिक पुराने हैं तो उन्हें बदल देना चाहिए। टायरों में हवा 35 पीएसआई से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • समय-समय पर रेडिएटर में पानी की जांच करते रहना चाहिए, यदि कम है तो भर देना चाहिए।
  • ट्रैक्टर को समय-समय पर पावर वॉशर से धुलाई करनी चाहिए ताकि मिट्टी की गंदगी निकल जाए और जंग न लगे। 

इस तरह से ट्रैक्टर की सर्विसिंग करने के बाद आप पाएंगे कि आपकी टैक्टर की शक्ति और माइलेज नए ट्रैक्टर जैसी हो गई है। अब आप खरीफ फसल की खेती ट्रैक्टर के बल पर ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र में कर सकते हैं।

निष्कर्ष

आज इस लेख में हमने आपको सरल शब्दों में समझाने का प्रयास किया है कि आने वाले खरीफ सीजन के लिए आप अपने ट्रैक्टर को कैसे तैयार कर सकते है। अगर हमारे द्वारा दी गई जानकारियों को पढ़ने के बाद आप ट्रैक्टर की सर्विसिंग की प्रक्रिया को अच्छे से समझ पाए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।


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नमस्ते! मैं कपिल पाटीदार हूँ। सात साल से मैंने खेती बाड़ी के क्षेत्र में अपनी मेहनत और अनुभव से जगह बनाई है। मेरे लेखों के माध्यम से, मैं खेती से जुड़ी नवीनतम तकनीकों, विशेषज्ञ नुस्खों, और अनुभवों को साझा करता हूँ। मेरा लक्ष्य है किसान समुदाय को सही दिशा में ले जाना और उन्हें बेहतर उत्पादकता के रास्ते सिखाना।