Kisan News: मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, पंजाब और देश के अन्य राज्यों में बड़े पैमाने पर गेहूं की खेती की जाती है। किसानों द्वारा गेहूं की बंपर पैदावार करने के लिए अधिक से अधिक रासायनिक खाद का उपयोग किया जाता है लेकिन कभी कभी किसी कारण वश गेहूं में बिमारियों का प्रकोप आने के कारण गेहूं के उत्पादन पर असर पड़ता है। आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से गेहूं की फसल में गंधक की कमी को दूर करने का तरीका बताएंगे। अगर आप भी गेहूं की फसल में से गंधक की कमी को दूर करना चाहते हैं तो लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
Kisan News: गेहूं की फसल में गंधक (Sulphur) की कमी को दूर करें, देखें तरीका
किसान समाचार: गेहूं की फसल में से गंधक (Sulphur) की कभी को दूर करने के लिए आपको गंधक युक्त उर्वरक का उपयोग करना चाहिए। इसके लिए आप अमोनियम सल्फेट अथवा सिंगल सुपर फास्फेट का उपयोग कर सकते हैं। क्षैत्र के हिसाब से देखा जाए तो जस्ते की कमी वाले क्षेत्रों में जिंक सल्फेट 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से धान गेहूं फसल चक्र वाले क्षेत्रों में साल में कम से कम एक बार उपयोग करना चाहिए। उर्वरक का यह प्रयोग साल में एक बार करना है। यह उर्वरक का प्रयोग आपको गंधक की कमी दूर करने में मदद करेगा।
Kisan News: गेहूं की खड़ी फसल में अगर इसकी कमी दिखाई दे रही है तो 100 किलोग्राम जिंक सल्फेट और 500 ग्राम बुझा हुआ चूना 200 लीटर पानी में घोलकर 2 से 3 बार छिड़काव कर सकते हैं। इसके बाद आपको एक सप्ताह के अंदर आवश्यकतानुसार 2 से 3 छिड़काव साफ मौसम एवं खिली हुई धूप में करना है। उर्वरक का यह उपयोग भी आपको खड़ी गेहूं की फसल में गंधक की कमी दूर करने में सहायता करेगा।
आज के इंदौर मंडी भाव ( Indore Mandi Bhav Today )
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