Kisan News: ग्रीष्मकालीन फसलों की खेती जो देंगी आपको अन्य फसलों से अधिक मुनाफा, देखें जानकारी

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जायद का मौसम शुरू हो गया है,इस समय रबी की फ़सलो का काम खत्म हो गया है। अब गरमी का मौसम शुरू हो गया है इस मौसम में बहुत कम किसान खेती करते। लेकीन कम आय वाले किसान तीनो सीजन में खेती कर अपनी आय बड़ाने की कोशिश करते हैं। जायद की फसलों को उत्पादित करने के लिए तैयारी शुरू हो गई है। जायद में भीं किसान कुछ फसलों से अच्छी कमाई कर सकते हैं। जाने कोन–कोन सी फसल उगाए गर्मी मौसम में।

जायद में निम्न फसलों से होगा मुनाफा

भारत में मुख्य तीन फसल ऋतु हैं – खरीफ, रबी और जायद । भारत में तीनों मौसम में फसलें उगाई जाती हैं। भारत में मुख्य दलों को ऋतु के हिसाब से बांटा गया है कि कौन सी फसल कौन सी मौसम में उगाई जाएगी । ग्रीष्मकाल या जायद ऋतु की बात करें तो इसमें फल,सब्जियां , डाले आदि की होती है। बहुत सी फसलें तो ऐसी होती हैं जो वर्ष में दो बार भी की जाती हैं जैसे सोयाबीन, तिल आदि की खेती भी गर्मी में की जाती है। यह फसलें तैयार होने में लगभग 60 से 65 दिन ले लेती हैं

निम्न डालें उगाई जाती हैं

मूंग व उड़द की फसल

मूंग व उड़द की खेती के लिए मार्च-अप्रैल से बुआई शुरू हो जाती है। और यह लगभग 2 से ढाई महीने में पककर तैयार हो जाते हैं। लागत के अनुसार प्रति बीघा में हम डेढ़ से दो क्विंटल तक मूंग उत्पादित कर सकते है। दालों की कीमत बाजार में अच्छी होती है किसान इसकी खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकता है।

सोयाबीन की फसल

मुख्यत: सोयाबीन की खेती बारिश के मौसम में की जाती है लेकिन जिस जगह पानी की अच्छी सुविधा हो वहां गर्मी में भी सोयाबीन की खेती की जाती है और गर्मी में उगाई जाने वाली सोयाबीन का दाना अच्छा बड़ा पकता है। इसकी कीमत भी बाजार में अच्छी होती है ,सोयाबीन की बुवाई मार्च–अप्रैल से शुरू हो जाती है और यह फसल भी दो से ढाई महीने में पककर तैयार हो जाती है। ग्रीष्म काल में बोई गई सोयाबीन की कीमत बाजार में अच्छी होने से किसानों को काफी मुनाफा होता है। यह फसल खरीफ मौसम में बोने के लिए किसान बीज के तौर पर भी ऊंचे दाम में इसे बेच सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

जायद में उगाई जानें वाली फल व सब्जियां

तरबूज की खेती

गर्मी के मौसम में तरबूज को बहुत पसंद किया जाता है । तरबूज का गर्मी में बहुत लाभ होता है यह पानी की कमी को भी दूर करता है। तरबूज की फसल के लिए मार्च–अप्रैल से बुआई शुरू हो जाती है और यह फसल ढाई महीने में पक कर तैयार हो जाती है । इसकी कीमत बाजार में अच्छी होती है यह 25 से ₹100 प्रति किलो बिकता है और एक तरबूज लगभग 4 से 5 किलो का होता है इससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिल जाता है।

खरबूजे की खेती

खरबूजा भी गर्मियों में खाया जाने वाला फल है इसकी मांग भी गर्मियों में ज्यादा होती है यह फसल भी मार्च-अप्रैल में बोई जाती है और खरबूजा 2 महीनों में पक कर तैयार हो जाता है खरबूजे की फसल से किसानों को दो प्रकार के लाभ होते हैं गर्मियों में फल बेचकर किसान अच्छे पैसे कमा सकते हैं और साथ ही खरबूजे के बीजों को बेचकर भी किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं और इसकी कीमत भी काफी अच्छी होती है।

टमाटर की खेती

टमाटर की खेती कर सकते हैं लेकिन इसकी मांग गर्मियों में अच्छी होती है तो किसान गर्मियों में इससे अच्छा मुनाफा कमा सकता है।टमाटर एक ऐसी फसल है जो लगभग हर एक सब्जी के साथ प्रयोग होती है,इसे सलाद के रूप में खाना भी बहुत पसंद करते हैं। इसकी प्रमुख फसल जायद में ही की जाती है।थोक और फुटकर बाज़ार में इससे अच्छी कमाई की जा सकती है।गर्मी मौसम में खीरा, ककड़ी, करेला, लौकी, तोरई, पेठा, पालक, फूलगोभी, बैंगन, भिण्‍डी, अरबी जैसी सब्ज़ियों की खेती भी की जाती है।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।