Kisan News: लाखों रूपए प्रति किलो बिकता है यह आम, देखें कौन सी है यह किस्म और कैसे करें इसकी खेती

3 Min Read
खबर शेयर करें

जापान में यह आम ढाई लाख रुपए प्रति किलो तक बिका है। जबकि, मध्य प्रदेश में यह आम 20 हजार रुपए प्रति किलो तक बिक चुका है। यानी 4,000 रुपए का एक आम. कोटा के किसान श्रीकिशन सुमन ने रेगिस्तान में मियाजाकी आम का मदर प्लांट लगाया है। इस मदर प्लांट से मियाजाकी आम किस्म के पौधे तैयार होंगे। पिछले पांच वर्षों से वो मियाजाकी आम की किस्म पर काम कर रहे हैं। तीन साल से इसके पौधे पर फल आ रहे हैं। अभी तक श्रीकिशन 50 पौधे बेच चुके हैं। जबकि, उसने पास 100 पौधों का ऑर्डर है।

शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर गिरधरपुरा गांव के किसान श्रीकिशन सुमन ने मियाजाकी आम की नर्सरी तैयार की है। 11वीं पास श्रीकिशन वर्ष 2019 में थाइलैंड में एक परिचित से संपर्क में आए थे। उन्होंने श्रीकिशन को मियाजाकी आम के तीन पौधे गिफ्ट में दिये थे। जापानी वैरायटी के यह पौधे ढाई से तीन साल पुराने थे। उन्होंने तीनों पौधे अपनी नर्सरी में लगाए और उनकी फ्रूटिंग शुरू की। एक साल बाद ही उनमें फल आने लगे। श्रीकिशन पौधों को मेच्योर होने के लिए फल काटने लगे। उन्होंने तीन साल में 10 फल लिए एक फल का वजन 200 से 300 ग्राम के बीच था। उन्होंने अपने उगाए आमों को घर के खाने के काम में लिया। साथ ही, अपने रिश्तेदारों को भी टेस्ट करवाया। इसके बाद उन्होंने 3 पौधों से पौधे तैयार (ग्राफ्टिंग) करना शुरू कर दिया।

श्रीकिशन ने बताया कि इस किस्म के आम की खेती के लिए तेज धूप व पानी की जरूरत होती है। रेगिस्तानी इलाकों में इनकी खेती रिस्की है। इसमें साल में एक बार फल आता है। यह आम ऊपर से लाल रंग का होता है, लेकिन अंदर पीला निकलता है। मियाजाकी आम की खासियत है कि इसमें न्यूट्रिशन वैल्यू बहुत ज्यादा होता है। इसमें फोलिक एसिड, एंटी ऑक्सीडेंट, बीटा कैरोटीन जैसे पोषक तत्व भी होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। इस आम के छिलके को भी आसानी से खाया जा सकता है।

वैसे तो श्रीकिशन सुमन लंबे समय से आम की खेती करते आए हैं। उन्होंने आम की एक खास किस्म ‘सदाबहार’ तैयार की है। वो सदाबहार आम के पौधे बेचते हैं। साथ ही, अब उन्होंने जापानी वैरायटी के मियाजाकी आम का मदर प्लांट लगाया है। वो मियाजाकी के पौधे तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वो 2,000 रुपए प्रति पौधे के हिसाब से अभी तक 50 पौधे बेच चुके हैं, और 100 पौधों की एडवांस बुकिंग मिल चुकी है।


खबर शेयर करें
Share This Article
By Harry
Follow:
नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।