Kisan News: कम लागत में अधिक मुनाफे की खेती करने के लिए अधिकांश किसानों द्वारा चने की खेती की जाती है। कई सारी बिमारियों की वजह से चने की फसल पर बहुत प्रभाव पड़ता है और चने की फसल खराब होने लगती है। विभिन्न प्रकार की बिमारियों के प्रकोप की वजह से भी चना की फसल में पैदावार पर भी भारी असर पड़ता है। आपने चने की बुआई में देरी कर दी होगी। घेटी की अवस्था में इल्ली के आक्रमण से नुकसान संभव है।
बिमारी खत्म करने के लिए तुरंत अपनाएं यह तरीके
• कीटनाशी क्विनालफास 25 ई.सी. जो एक संपर्क एवं दैहिक कीटनाशक है। 1 ली./500 लीटर पानी में घोल बनाकर 10 दिनों के अंतर से दो छिडक़ाव करें।
• अथवा प्रोफेनोफॉस 50 ई.सी. कीटनाशक जो अंड संपर्क एवं उदरनाशी है की 1.5 लीटर मात्रा 500-600 लीटर पानी में घोल बनाकर 10 दिनों के अंतर से दो छिडक़ाव करें।
• यदि खेत में T आकार की खूटियां नहीं लगाई हो तो तुरंत लगाये ताकि इल्ली के जीवनचक्र में बाधा पहुंच सकें।

