Black Tomato Farming: काले टमाटर की खेती देंगी आपको बंपर मुनाफा, देखिए कैसे करनी है खेती

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Black tomato farming: यूरोप के मार्केट का ‘सुपरफूड’ कहा जाने वाली ‘इंडिगो रोज टोमेटाे’ की खेती अब भारत के कई स्थानों पर सफलता पूर्वक की जा रही है। काले टमाटर की भी खेती लाल टमाटर की तरह ही की जा सकती हैं जानिए काले टमाटर की खेती के सही तरीके।

काले टमाटर की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु, बुवाई का समय

इसके लिए भारत की जलवायु उपयुक्त है, काला टमाटर ठंडे स्थानों पर विकसित नहीं होता , इसके लिए गर्म जलवायु वाला क्षेत्र उपयुक्त होता है। इसकी बुवाई के लिए जनवरी का महीना सबसे उपयुक्त है, मार्च ,अप्रैल तक गर्मियों में किसान को काला टमाटर मिलना शुरू हो जाता है।

काले टमाटर की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी और तापमान

इसकी खेती के लिए जीवांश और कार्बनिक गुणों से भरपूर दोमट मिट्टी सही होती है। चिकनी दोमट मिट्टी में भी इसकी खेती की जा सकती है। इसके खेती के लिए उचित जल निकासी वाली भूमि जिसका P.H. मान 6-7 के मध्य हो उपयुक्त होती है।इसमें 10 से 30 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान ओर 21 से 24 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान में पौधों का विकास अच्छा होता है।आप अपने ब्लैक क्रिम टमाटर के 90 दिनों में परिपक्व होने की उम्मीद कर सकते हैं, और 120 दिनों या उससे अधिक समय तक उत्पादन जारी रख सकते हैं।

काला टमाटर पकने की अवस्था

यह आरंभिक अवस्था में काला और पकने पर पूरी तरह काला हो जाता है। इंडिगो रोज टोमेटो भी कहते हैं। इसे तोड़ने के बाद कई दिनों तक यह ताजा रहता है। यह जल्दी खराब और सड़ता नहीं है।इस टमाटर में बीज भी कम होते हैं।देखने में यह उपर से काला और अंदर से लाल होता है। इसके बीज लाल टमाटर की तरह ही होते हैं।
काली चेरी टमाटर की कटाई कब करें। काले टमाटर आपकी सामान्य लाल किस्मों की तुलना में पकने में धीमे होते हैं । कालाटमाटर ‘इंडिगो रोज़’ पहले रोपण से 93 दिन तक का समय लग सकता है।काले टमाटर की टमाटर की औसत उपज 400-500 क्विंटल/है. होती है तथा संकर टमाटर की उपज 700-800 क्विंटल/है. तक हो सकती है।

काले टमाटर की खेती से होने वाला मुनाफा

इसमें एक एकड़ में लगभग 3 लाख से 4 लाख की पैदावार होती है। अगर आपके पास में 10 एकड़ जमीन है तो आप दस एकड़ जमीन में टमाटर की खेती करते है तो आपको सिर्फ 3 से 4 लाख की लागत में 30 से 40 लाख एक बार की फसल कमा सकते हैं।

० इसमें भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है।
० इसमें प्रोटीन, मिनरल्स, विटामिन A ,C पाए जाते है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
० इसमें इन्थोसाइनिन पाया जाता है जो दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है और हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।