Kisan News: चीनी के बाद भारत की स्थिति दुग्ध उत्पादन में भी बेहतर हुई है।केंद्र सरकार के अनुसार, भारत दुनिया में दुग्ध उत्पादन में सबसे बड़ा देश बन गया है। पिछले कई सालों में दुग्ध उत्पादन तेजी से बढ़ा है।अनाज उत्पादन में भारत अग्रणी देशों में से एक हैं। चीनी के उत्पादन और निर्यात में भी भारत का विश्व में जलवा कायम है।भारत की अधिकांश आबादी खेती किसानी से जुड़ी हुई है। अब दुग्ध उत्पादन को लेकर भारत की स्थिति बहुत अधिक मजबूत हुई है।देश में बढ़ते दुग्ध उत्पादन को देखते हुए केंद्र सरकार खुश हैं। वहीं, पशुपालकों की आय बढ़ी है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर हुई है।
दुग्ध उत्पादन में भारत बना नंबर वन
चीनी उत्पादन में भारत की स्थिति पहले ही कापफी मजबूत बनी हुई थी। अब दुग्ध उत्पादन में भारत नंबर वन बन गया है।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने संसद में दिए एक जवाब में इसकी पुष्टि की है।उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक बन गया है। 2021-22 में वैश्विक दूध उत्पादन का 24 प्रतिशत है। यह आंकड़े खाद्य और कृषि संगठन कॉर्पोरेट सांख्यिकीय डेटाबेस के हैं।
8 सालों में 51 प्रतिशत बढ़ा उत्पादन
दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार गंभीर है। राज्य सरकार की ओर से भी इसको लेकर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2014-15 और वर्ष 2021-22 के बीच पिछले आठ सालों में भारत में मिल्क प्रॉडक्शन 51 प्रतिशत तक बढ़ गया है।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डेयरी विकास के लिए जो भी नेशनल प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। उनका मकसद दुग्ध और दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता को और अधिक बेहतर करना है।
चारा बढ़ाने पर भी काम कर रही केंद्र सरकार
केंद्र सरकार पशुओं को चारा उपलब्ध कराने के लिए गंभीर है।राष्ट्रीय पशुधन मिशन, फ़ीड और चारा विकास पर उप-मिशन पशुओं के लिए बेहतर चारा उपलब्ध कराने की योजना है।इसका लाभ देश के पशुपालकों को मिल रहा है. केंद्र सरकार राज्यों में पशुपालन और डेयरी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।इसके लिए अलग अलग योजनाएं लागू की जा रही हैं। राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम) उन्हीं महत्वपपूर्ण कार्यक्रम में से एक है।
Source by – ekisan.net

