Beauveria Bassiana दवाई का उपयोग कैसे करें, कीटों को मारने में सक्षम, देखें संपूर्ण जानकारी

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Kisan News: हरी सब्जियों की खेती करने में किसानों को कई प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ता है जिनमें से कुछ लोग ऐसे होते हैं जो पूरी फसल को बर्बाद कर देते हैं। इनमें से फसल पर लगने वाली कीट की बीमारी सामान्य है। आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से Beauveria bassiana दवाई की संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे जो फसल में से कीटों को दूर करने में सक्षम है। इसके अलावा हम आपको दवाई का उपयोग करने से लेकर इसकी मात्रा और घोलने की विधि भी आपको बताएंगे।

Beauveria bassiana दवाई: यंह भूमि निर्मित फफूंद है जो पौधे के आनेवाले रसचुसक कीटो और कुछ पत्ता चबाने वाले कीटो खाता है। जैसेही यंह किट के contact में आता है यंह उसकी कोशिकावो को तोड़कर उसके अंदर प्रवेश कर उसे खाने लगता है। जिसे हम टेक्निकली white muscadine disease कहते है। कुछ ही दिनों में यंह उसे खा कर ख़त्म कर देता है साथ ही यंह उसमे अपनी संख्या बढ़ा लेता है और अन्य कीटो को खाने लगते है। कहने का मतलब है यंह multiply होता रहता है।

इसमे मिलनेवाला टेक्निकल कंटेंट

इसमे किसान भाई हमे Beauveria bassiana 1*10*8 CFU लिक्विड फॉर्म में मिलता है। बतादे CFU का मतलब कालिनी फार्मिंग यूनिट होता है यंह बताता है, की उत्पाद में कितनी मात्रा में फफूंद मौजूद है। अलग अलग उत्पाद में यंह कम ज्यादा होता है। जितनी ज्यादा मात्रा में यंह मिलता है वंह हमारे लिए अच्छा है। खरीदते वक्त आप CFU की मात्रा का ध्यान जरुर रखे। किसान भाई अब हम बात करते है यंह किन किन कीटो की रोकथाम करता है।

Insect control : यंह मुख रूपसे रसचुसने वाले किट और पत्तिया चबाने वाले किट दोन्हो को कंट्रोल करता है। जिसमे अफ्फिद, सफ़ेद मक्खी, मिलिबग, ग्रास हॉपर, स्टिंक बग, थ्रिप्स, लाल चीटी, fruit फ्लाई, स्टेम बोरर, बीटल, बोल वेविल, कटर पिलर इल्ली, कोड्लिंग मोथ, यूरोपियन मकई बोरर, strawberry root वेविल, termites और mites को कंट्रोल करता है। रिजल्ट टाइम कि बात करे तो 15-20 दिन तक इसका अच्छा रिजल्ट देख्नोनेको मिलाता है। इसे आप टॉनिक ,NPK, किसी भी कीटनाशक के साथ मिक्स करके स्प्रे कर सकते है। लेकिन आप खरपतवार नाशक के साथ मिक्स ना करे। फसल को नुकसान पहुंच सकता है।

Beauveria bassiana फफूंद का छिडकाव हम किन किन फसलो में कर सकते है ?

मुख रूपसे हम इसका छिडकाव पपीता, तरबूज, चीकू, कपास, मूंगफली, टमाटर, बेंगन, मिर्च, शिमला मिर्च, भिंडी, फूलगोभी, पत्तागोभी, करेला, लौकी, तुरई, लोबिया, मटर, फ्रेंचबिन्स, खीरा, आम और केला पर कर सकते है.

फसलो को मिलनेवाले फायदे 

कपास :पौधे को तनाव से बचाता है, फूलो की गलन कम करता है। कपास में सफ़ेद मक्खी, थ्रिप्स, बोलवार्म और अफ्फिद को कंट्रोल करता है। पौधे को सुरक्षा प्रदान करता है। उपज को बढ़ाने केलिये सहायक है। मजबूती देता है। पोधे का विकास करनेमे सहायता करता है। पौधे को हराभरा रखनेमे मदत करता है। पौधे को रोगों से लढ़ नेमे मदत करता है।

टमाटर :टमाटर में मुख्यतः सफ़ेद मक्खी, थ्रिप्स, अफ्फिद, फलभेद्क इल्ली और मकड़ियो को कंट्रोल करता है। फसल को सुरक्षा प्रदान करता है। उपज बढ़ाने में मदत करता है। फसल को मजबूती देता है। विकास करनेमे मदत करता है। पौधे को हराभरा रखनेमे मदत करता है। पौधे को रोगों से लढ़ नेमे ताकत देता है।

मिर्च : मिर्च में मुख्यतः सफ़ेद मक्खी, थ्रिप्स, कटर पिलर, फलभेद्क इल्ली और स्टेम बोरर को कंट्रोल करता है। उपज में वृद्धी केलिये सहायक है। फसल को मजबूती देता है। सुरक्षा प्रदान करता है। पोधे का विकास करनेमे सहायता करता है। फसल को हरीभरी रखनेमे मदत करता है। पौधे को रोगों से लढ़ नेमे ताकत देता है।

बेंगन: बेंगन में मुख्यतः सफ़ेद मछर, थ्रिप्स, अफ्फिद और स्टेम बोरर को कंट्रोल करता है। पौधे को सुरक्षा प्रदान करता है। उपज बढ़ाने में मदत करता है। मजबूती देता है। क्वालिटी बनाये रखता है। पोधे का विकास करनेमे सहयता करता है। फसल को हरीभरी रखनेमे मदत करता है। पौधे को रोगों से लढ़ नेमे मदत करता है।

Dosage की जानकारी देखिए

आपको लेना है 500-600 ml प्रति 150-200 लीटर पानी में प्रति एकड़, 50-60 ml प्रति 15 लीटर पानी में घोलके छिडकाव कर सकते है। 80-90ml प्रति 25 लीटर पेट्रोल पंप। इसके साथ आप माइक्रो nutrient टॉनिक में biovita याफिर सागरिका ले सकते है। छिडकाव करने से पहले टंकी को अछेसे से डंडे के सहायतासे अछेसे हिलाले ताकि दवाई अछेसे से घुल मिल जाये।

विशेस सावधानी की बात यंह है की आप इसे किसी फफूंद नाशक दवाई के साथ ना दे। रिजल्ट नही मिलते है। यंह खुद ही एक फफूंद होने की वजह से फफूंद नाशक दवाईया इसे ख़त्म कर देती है। आप इसे कीटनाशक, NPK खाद, टॉनिक के साथ दे सकते है।

Beauveria bassiana दवाई की Market Price

तो यंह लगभग 1 लिटर का पैक 500-600 रू तक आ जाता है, लोकेशन के अनुसार थोडा price उपर निचे दिख्नेनेको मिल सकता है। किसान भाई आपके यंहा कितने रेट में मिल रहा है। हमे कमेंट में जरुर बताये। किसान भाई विशेस सावधानी की बात यंह है की, आप लोकल सस्ती लगनेवाली दवाईयो की खरीददारी से दूर रहीये। रिजल्ट कम मिलते है। जेन्युइन दवाईयो का चुनाव ही अच्छा रहता है। अगर बात करे हम इसके निर्माता कंपनी के बारेमे तो यंह Utkarsh का उत्पाद है।

Beauveria bassiana दवाई: यंही टेक्निकल Beauveria bassiana अन्य कंपनीया भी दे रही है। ऐसा कुछ नहीं है की आपको beveroz ही लेना है। यदि आपके यंहा उपलब्ध है तो आप वंह खरीद सकते है अगर नही है तो  यंही टेक्निकल आपके यंहा जो कंपनी दे रही है आप वंह खरीद सकते है। लेकिन किसान भाई ध्यान रहे लोकल दवाईयों की खरीददारी से बचके, अपनी मेहनत का पैसा और अपनी फसल को नुकसान से बचाईये। CFU जरुर चेक करे।

कुछ होनेवाले नुकसान और कुछ सावधानिया

Beauveria bassiana दवाई: जेसे की आपको पता है अति किया तो नुकसान होता है। ठीक वेसे ही दवाई को अधिक मात्रा में लेकर छिडकाव करनेसे फसल ख़राब हो सकती है। और ध्यान देने की बात यंह है की दवाई को बहोत कम मात्रा में लेकर छिडकाव करनेसे दवाई का असर कम होता है। रिजल्ट नही मिल पाते है। आपको दोबारा स्प्रे करना पड़ सकता है, सही मात्रा लेकर छिडकाव करिए अपना कीमती समय और मजदूरो पर होनेवाले खर्च को बचाईये। किसान भाई ध्यान रहे की आप इसे फ्लोवेरिंग स्टेज पर छिडकाव ना करे, पौधे को नुकसान पहुंचता है। मुंह पर कपड़ा न बांध कर छिडकाव करनेसे सांस् लेने में तकलीफ होना, उलटी आना, सिरदर्द होना, आँखों में जलन होना, पेट दर्द होना यंह कुछ समस्याये आ सकती है।

Beauveria bassiana दवाई का घर पर multiply कैसे करें

आपको 1 लिटर Beauveria bassiana लेना है + 1 kg गूढ़ लेना है। साथमे आप अपनी आवशकता के अनुसार पानी ले सकते है। आप चाहे तो गूढ़ की मात्रा बढ़ा भी सकते है। तिन्हो एकसाथ 1 बकेट में मिलाकर अछेसे घोल ले और बकेट को किसी बर्तन से टाइट ढक कर 7-10 दिन केलिए छांव वाली जगह याफिर जंहा थोड़ी ठंड रहती है, वंहा रखदे। 7-10 दिन में यंह इस्तेमाल करने केलिए तयार हो जाता है।

जानकारी स्त्रोत: krishisamadhan .in


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।
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