बासमती धान की उन्नत 5 किस्म : इन किस्मों से होगा कम खर्च में ज्यादा उत्पादन

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जानिए बासमती धान की उन्नत किस्म के बारे में और इन किस्मों से कैसे होगा लाभ??

भारत में मानसून की बारिश के प्रारंभ होते ही खरीफ फसलों का सीजन प्रारंभ हो जाता है और खरीफ फसलों की बुवाई के लिए किसान खेत तैयार करने में लग जाते हैं। खरीफ के मौसम में बोई जाने वाली फसलों में धान एक प्रमुख फसल है जिसकी बुवाई भारत में कई किसानों द्वारा की जाती है। धान की कई किस्म की बुवाई हमारे देश में होती है किंतु धान की बासमती किस्म की मांग बाजार में बहुतायत रूप से होती है। धान की बासमती किस्म एक संवेदनशील किस्म है। बासमती किस्म के दानों का आकार पतला और लंबा होता है तथा धान की यह किस्म अत्यधिक सुगंधित होती है। बासमती धान की सौगंध और स्वाद के कारण लोग इसको खाना ज्यादा पसंद करते हैं और इसका बाजार भाव भी अन्य धान की तुलना में ज्यादा होता है इसलिए बासमती धान की उन्नत किस्मों के बारे में जानना भी जरूरी है जिससे किसान भाइयों को कम खर्च में अच्छा उत्पादन प्राप्त हो जाए। आइए, बासमती धान की उन्नत किस्म के बारे में जानकारी प्राप्त करें।

बासमती धान की उन्नत 10 किस्में इस प्रकार है –

(1) पूसा-834 (Pusa-834)

बासमती धान की पूसा-834 किस्म एक अर्ध बौनी किस्म है। बासमती धान की पूसा-834 किस्म विकसित करने का श्रेय भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान को जाता है। पूसा-834 किस्म अधिक मात्रा में पैदावार देने वाली और शीघ्र पक कर तैयार होने वाली किस्म है। बासमती धान की इस किस्म पकने की अवधि 125 से 130 दिन है।
बासमती धान की पूसा-834 किस्म से प्राप्त उत्पादन लगभग प्रति हेक्टेयर 6 से 7 टन होता है। इस किस्म की खास बात यह है कि इसका पौधा तेज आंधी चलने पर भी गिरता नहीं है।

(2) पूसा-1401 (Pusa-1401)

बासमती धान की पूसा-1401 किस्म धान की अर्द्ध बौनी है। इस किस्म को विकसित करने का श्रेय भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद को जाता है। यह किस्म उत्तर भारत के सिंचित क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। बासमती धान की पूसा-1401 किस्म के पकने की अवधि लगभग 135 से 140 दिन है।
बासमती धान की पूसा-1401 किस्म से प्राप्त उत्पादन लगभग प्रति हेक्टेयर 4 से 5 टन है।

(3) पूसा सुगंध-5 (Pusa Sugandh-5)

बासमती धान की पूसा सुगंध-5 किस्म सिंचित क्षेत्र के लिए बेहतरीन किस्म है। बासमती धान की पूसा सुगंध-5 किस्म के दाने का आकार लंबा होता है और सुगंध से परिपूर्ण होता है।
बासमती धान की पूसा सुगंध-5 किस्म की फसल को पकने की अवधि 125 दिन है।
बासमती धान की पूसा सुगंध-5 किस्म से उत्पादन लगभग प्रति हेक्टेयर 60 से 70 क्विंटल प्राप्त होता है।

(4) पूसा बासमती-1121 (Pusa Basmati-1121)

बासमती धान की पूसा बासमती-1121 किस्म धान की आगे आने वाली किस्मों में से एक है। इस किस्म के दाने का आकार लंबा और पतला होता है तथा यह किस्म खाने में स्वादिष्ट होती है।
बासमती धान की पूसा बासमती-1121 किस्म के पकने की अवधि लगभग 140 से 145 दिन है।
बासमती धान की पूसा बासमती-1121 किस्म से उत्पादन लगभग प्रति हेक्टेयर 40 से 45 क्विंटल प्राप्त होता है।

(5) पंत धान-12 (Pant Paddy-12)

बासमती धान की पंत धान-12 किस्म धान की उन्नत किस्मों में से एक है। इस किस्म को विकसित करने का श्रेय कृषि अनुसंधान परिषद को जाता है। अनुसंधान परिषद ने पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी के सहायता से इस किस्म को विकसित किया है।
पंत धान-12 किस्म अन्य किस्मों की तुलना में अधिक उत्पादन देती है। बासमती धान की पंत धान-12 किस्म के फसल पकने की अवधि लगभग 110 से 115 दिन है।
बासमती धान की पंत धान-12 किस्म से उत्पादन लगभग प्रति हेक्टर 7 से 8 टन तक प्राप्त होता है। इस किस्म की खास बात यह है कि यह शीघ्र पक कर तैयार हो जाती है।

बासमती धान की अन्य उन्नत किस्में

बासमती धान की इन किस्मों के अलावा भी अन्य उन्नत किस्में हैं जो कम समय में अच्छी पैदावार देती हैं। यह किस्में इस प्रकार हैं जैसे –

बासमती 217, बासमती 370, बासमती 386, बासमती 564, बासमती CSR-30 (संशोधन के पश्चात),
पूसा बासमती 1, पूसा बासमती 1609, पूसा बासमती 1637, पूसा बासमती 1728, पूसा बासमती 1718, पूसा बासमती 1692, बासमती 1509 (IET 21960), पूसा बासमती 1121 (संशोधन के पश्चात), इम्प्रूव्ड पूसा बासमती 1 (पूसा 1460),
पंत बासमती 1 (IET 21665), पंत बासमती 2 (IET 21953),
पंजाब बासमती 2, पंजाब बासमती 3, पंजाब बासमती 4, पंजाब बासमती 5, पंजाब बासमती 1 (बउनी बासमती),
हरियाणा बासमती 1, हरियाणा बासमती 2,
वल्लभ बासमती 22, वल्लभ बासमती 23, वल्लभ बासमती 24, वल्लभ बासमती 21 (IET 19493),
रणबीर बासमती, माही सुगंधा बासमती, कस्तूरी बासमती, टाइप 3 (देहरादूनी बासमती), तरोरी बासमती (HBC-19/करनाल लोकल),
मालवीय बासमती धन 10-9 (IET 21669)
आदि बासमती धान की कुछ अन्य किस्में हैं।

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