कृषिका एप से संबंधित जानकारी
भारत सरकार ने किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण डिजिटल पहल शुरू की है, जिसका नाम कृषिका एप है।इस एप के माध्यम से किसानों के लिए औपचारिक वित्तीय सेवाओं, विशेषकर किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य उन किसानों तक ऋण उपलब्ध कराना है, जो अब तक औपचारिक ऋण प्रणाली से वंचित थे।
कृषिका एप वर्तमान में परीक्षण चरण में है, और सरकार इसे व्यापक रूप से लागू करने की योजना बना रही है।
एक बार यह एप पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा, तो यह किसानों के लिए आधिकारिक वित्तीय सेवाओं तक पहुंच को और अधिक आसान बना देगा। इसके अलावा, यह एप किसानों को अपनी वित्तीय जरूरतों के लिए एक व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान करेगा।कृषिका एप के इस प्रयास से, किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के तहत किसानों को मिलने वाले ऋण की प्रक्रिया में एक नई सादगी और सुविधा जुड़ जाएगी, जिससे वे अपनी कृषि संबंधी आवश्यकताओं को आसानी से पूरा कर सकेंगे।
कृषिका एप क्या है?
कृषिका एप एक आधार-आधारित ई-प्रमाणीकरण प्रणाली है, जिसके जरिए किसानों का व्यक्तिगत, वित्तीय, भूमि और फसल से जुड़ी जानकारी सुरक्षित रूप से दर्ज की जाती है।इस एप का डिज़ाइन खासतौर पर उन किसानों के लिए तैयार किया गया है, जो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) जैसी योजनाओं से जुड़े हैं, लेकिन अभी तक किसान क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं से वंचित हैं।
कृषिका एप का उद्देश्य और कार्यप्रणाली
राजस्थान कृषि विभाग के उप निदेशक श्री शंकर लाल मीणा के अनुसार, यह एप किसानों को डिजिटल माध्यम से वित्तीय समावेशन की मुख्यधारा में लाने का एक बड़ा कदम है।कृषिका एप के जरिए किसान आसानी से अपनी जानकारी दर्ज कर सकते हैं और औपचारिक ऋण प्रणाली का लाभ उठा सकते हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड और कृषि ऋण
कृषिका एप के माध्यम से किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) जैसी योजनाओं का लाभ मिलने की उम्मीद है।यह कार्ड किसानों को सस्ते ब्याज दरों पर ऋण प्रदान करता है, जिससे वे अपनी कृषि गतिविधियों को सुगम बना सकते हैं। संशोधित ब्याज सब्सिडी योजना (MIS) के तहत, किसान क्रेडिट कार्ड धारकों को 1.5 प्रतिशत ब्याज सब्सिडी मिलती है, यदि वे समय पर ऋण चुकाते हैं।वर्तमान में, हालांकि कई किसान इस सुविधा का लाभ नहीं उठा पा रहे थे, लेकिन कृषिका एप के जरिए यह प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुलभ हो जाएगी।
कृषिका एप से किसानों को कैसे मिलेगा लाभ?
1. आधार-आधारित पंजीकरण
किसानों को एप पर पंजीकरण के लिए केवल अपना आधार नंबर और अन्य बुनियादी जानकारी प्रदान करनी होगी।
2. ई-प्रमाणीकरण
एप के जरिए किसान अपनी व्यक्तिगत जानकारी को प्रमाणित कर सकते हैं, जिससे ऋण प्रक्रिया तेज और सुरक्षित होती है।
3. सहयोगी संस्थाएं
कृषिका एप में कृषि सखी, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), और बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट जैसी सहायक संस्थाएं शामिल हैं, जो किसानों को ऋण लेने में मदद करती हैं।
4. ऋण प्रक्रिया की पारदर्शिता
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत ऋण की प्रक्रिया अब और अधिक पारदर्शी और सीधी होगी, जिससे किसानों को ऋण मिलने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
कृषिका ऐप से संबंधित 2025 की जानकारी
सरकार ने कृषिका एप के परीक्षण चरण को सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया है और इसे राजस्थान, मध्य प्रदेश, और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में चरणबद्ध रूप से लागू करना शुरू कर दिया है।एप के माध्यम से अब तक हजारों किसानों ने पंजीकरण किया है और उनमें से कई को किसान क्रेडिट कार्ड के अंतर्गत ऋण स्वीकृति भी मिल चुकी है। साथ ही, एप में एक नई सुविधा जोड़ी गई है, जिसमें किसान अपने आवेदन की स्थिति को रियल-टाइम में ट्रैक कर सकते हैं।